NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 11 सूरदास के पद

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 11 सूरदास के पद

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 11 सूरदास के पद

Class 8 Hindi Chapter 11 सूरदास के पद

पदों से

उत्तर- माता यशोदा ने श्रीकृष्ण को बताया कि दूध पीने से उनकी चोटी बलराम भैया की तरह हो जाएगी। श्रीकृष्ण अपनी चोटी बलराम जी की चोटी की तरह मोटी और बड़ी करना चाहते थे, और इस लोभ के कारण वे दूध पीने के लिए तैयार हो गए।

उत्तर- श्रीकृष्ण यही सोच रहे थे कि जब मेरी चोटी बलराम भैया की तरह बड़ी और मोटी हो जाएगी तब मेरी चोटी भी खुल कर नागिन की तरह लहराएगी।

उत्तर- दूध की तुलना में श्रीकृष्ण को माखन-रोटी अधिक पसंद करते हैं।

उत्तर- ग्वालन के मन में यशोदा के लिए कृष्ण जैसा पुत्र पाने पर ईर्ष्या की भावना व कृष्ण के उनका माखन चुराने पर क्रोध के भाव मुखरित हो रहे हैं। इसीलिए वह श्रीकृष्ण के मक्खन चुराने का उलाहना देकर उन्हें ताने देते हुए कहती है कि केवल तुम्हारा ही बेटा अनोखा है हमारे तो बेटे नहीं है।

उत्तर- श्रीकृष्ण को माखन ऊंचे टंगे से चुराने में दिक्कत होती थी, इसलिए माखन गिर जाता था। चोरी करते समय वे आधा माखन खुद खाते और आधा अपने सखाओं को खिलाते थे। इसके कारण माखन जगह-जगह ज़मीन पर गिर जाता था।

उत्तर- दोनों पदों में पहला पद सबसे अच्छा लगा क्योंकि यहाँ बाल स्वाभाविक रूप से प्रायः श्रीकृष्ण दूध पीने में ध्यान नहीं देते थे। तब एक दिन माता यशोदा ने उन्हें प्रलोभन दिया कि “कान्हा! तू नित्य कच्चा दूध पीया कर, इससे तेरी चोटी तो दाऊ (बलराम) जैसी मोटी और लंबी हो जाएगी।” माँ के कहने पर कान्हा दूध पीने लगे। अधिक समय बीतने पर श्रीकृष्ण अपने बालपन की वजह से माता से विनय करते हैं कि “तुम्हारे कहने पर मैंने दूध पिया, पर फिर भी मेरी चोटी नहीं बढ़ रही।” उनकी माता से नाराज़गी व्यक्त करना, दूध न पीने का इनकार करना, और बलराम भैया की तरह चोटी की चिंता करना हृदय को बड़ा ही आनंद देता है।

अनुमान और कल्पना

उत्तर- इस पद को पढ़कर ऐसा लगता है कि उस समय कृष्ण की आयु लगभग आठ-नौ वर्ष की होगी। ऊखल की सहायता से चूर्ण को पहुँचाना, दही, मक्खन आदि को जमीन पर छिटकाना, साथियों को खिलाना आदि के माध्यम से उनकी आयु का अनुमान लगाया जा सकता है।

उत्तर- एक बार, माँ ने मुझे चॉकलेट न खाने की सलाह दी थी। लेकिन एक दिन उन्होंने मुझे चुपके-चुपके चॉकलेट खाते हुए पाया। जब उन्होंने मुझे चोरी करते हुए पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें नींद में यह सब करते हुए मीठा सपना आ रहा था, इसलिए वे नहीं रोक पाए।

जब श्रीकृष्ण बचपन में वृन्दावन में रहते थे, तो उनकी एक बारी माँ यशोदा ने उन्हें माखन खाने से मना किया था। लेकिन उनका चालाकियाना स्वभाव देखते हुए, वे बाल लीला के दौरान चोरी से माखन खाने की कोशिश करते थे। एक बार, उन्होंने बड़े ही चालाकी से माखन खाया और फिर जब उन्हें पकड़ लिया गया, तो वे अपने मूर्तिमान कान्हा की मासूमियत और नादानी के साथ किसी न किसी बहाने से अपनी चोरी को छिपाने की कोशिश करते थे।

उत्तर- एक दिन, मैंने स्कूल में एक साथी से छोटी बहस की थी I बहस के बाद, वह शिकायत करने के लिए मेरे माता-पिता के पास गई। उन्होंने मुझसे बहस की वजह समझने के लिए पूछा। मैंने उन्हें सच्चाई बताई और उनके साथ उचित सलाह-सहारा मांगा। मेरे माता-पिता ने मेरी समस्या को सुना और मुझे समझाया कि बहस करने के बजाय संवाद करना बेहतर होता है। उन्होंने मेरे साथ सही और गलत की पहचान करने के लिए मेरी मदद की और मुझे सही निर्णय लेने में मदद की। उनका सहयोग मुझे समस्या का समाधान करने में मददगार साबित हुआ।

भाषा की बात

उत्तर- माखनचोर

उत्तर- मधुसूदन, मुरलीधर, द्वारकाधीश, यशोदानंदन, गोपाल, माधव, वासुदेव, कन्हैया।

उत्तर- पर्यायवाची शब्द

  1. दूध दुग्ध, पय, गौरस, पय, क्षीर
  2. बलराम हलधर, दाऊ, बलभद्र
  3. मैया माँ, माता, जननी, धात्री, अम्बा
  4. बेनी चोटी, शिखा, मूर्धा, शिखर
  5. काढ़त निकालना, गूंथना

विपरीतार्थक शब्द

  1. संग्रह – विग्रह
  2. रात – दिन
  3. लंबा – छोटा
  4. विज्ञ – अज्ञ
  5. प्रकट – ओझल
  6. स्याम – श्वेत

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