Latest Updated : February 2024
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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 1 लाख की चूड़ियाँ
Class 8 Hindi Chapter 1 लाख की चूड़ियाँ
प्रश्न-अभ्यास
कहानी से
1. बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ क्यों कहता था?
उत्तर– बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से इसलिए जाता था क्योंकि लेखक के मामा के गाँव में लाख की चूड़ियाँ बनाने वाला कारीगर बदलू रहता था। लेखक को बदलू काका से अत्यधिक लगाव था। वह लेखक को ढेर सारी लाख की रंग-बिरंगी गोलियाँ देता था इसलिए लेखक अपने मामा के गाँव चाव से जाता था।
गाँव के सभी लोग बदलू को ‘बदलू काका’ कहकर बुलाते थे इस कारण लेखक भी ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ कहता था।
2. वस्तु-विनिमय क्या है? विनिमय की प्रचलित पद्धति क्या है?
उत्तर– किसी वस्तु के बदले में दूसरी वस्तु का लेना या देना वस्तु विनिमय कहलाता है। आज से लगभग 15-20 साल पहले तक गाँवों में यह प्रथा प्रचलित थी। उनके घर में जो कुछ अनाज अन्य वस्तु होती थी उसे दुकानदार को देकर उससे दूसरी वस्तु ले आया करते थे ।वर्तमान में विनिमय की प्रचलित पद्धति पैसा है। जिसके बदले में कोई भी वस्तु ली जा सकती है।
3. मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं। इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?
उत्तर– इस पांति में लेखक ने कारीगरों की व्यथा की ओर संकेत किया है कि मशीनों के आगमन के साथ कारीगरों के हाथ से काम-धंधा छिन गया। मानो उनके हाथ ही कट गए हों। उन कारीगरों का रोजगार इन पैतृक काम धन्धों से ही चलता था। उसके अलावा उन्होंने कभी कुछ नहीं सीखा था। वे पीढ़ी दर पीढ़ी अपनी इस कला को बढ़ाते चले आ रहे हैं और साथ में रोज़ी रोटी भी चला रहें हैं। परन्तु मशीनी युग ने जहाँ उनकी रोज़ी रोटी पर वार किया है। मशीनों ने लोगों को बेरोजगार बना दिया।
4. बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी।
उत्तर– बदलू लाख की चूड़ियां बनाकर बेचा करता था। उसके हाथ का यह हुनर अब काँच की चूड़ियों के आ जाने से धीरे-धीरे खत्म होने लगा। उसकी यही व्यथा लेखक को परेशान कर रही थी।
5. मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया?
उत्तर– मशीनी युग के आ जाने से उसके हाथ का काम बंद हो गया, बदलू का व्यवसाय बंद हो गया और वह बेरोजगार हो गया I काम न करने से वह बीमार रहने लगा। अब उसके अन्दर हीन भावना भी आने लगी जो उसे दिन ब दिन कमजोर करने लगी।
कहानी से आगे
1. आपने मेले-बाजार आदि में हाथ से बनी चीजों को बिकते देखा होगा। आपके मन में किसी चीज को बनाने की कला सीखने की इच्छा हुई हो और आपने कोई कारीगरी सीखने का प्रयास किया हो तो उसके विषय में लिखिए।
उत्तर– मैंने बचपन से ही हाथों से बनाई गई चीजों की आकर्षण को महसूस किया है। मेरी रुचि कारीगरी में बढ़ी जब मैंने अपने निकट स्थित कला कक्षा में एक बार कीचन से संबंधित कोर्स करने का निर्णय लिया। यह कोर्स मुझे खिलौने, आभूषण, और अन्य बाजारी वस्त्रों की बनाई गई पद्धतियों के बारे में सीखने का मौका देता था।
पहले हफ्ते में ही, मुझे मालूम हो गया कि यह कोर्स मेरे लिए कितना महत्वपूर्ण है। मुझे यहां अनेक नए तकनीकों का पता चला, जैसे कि कढ़ाई, बुनाई, और कटाई। मैंने अपने निर्माणों को स्थायीता और सजीवता के साथ बनाने का तरीका सीखा।
कारीगरी सीखते समय मुझे यह भी महसूस हुआ कि यह केवल एक कौशल नहीं, बल्कि एक कला है। यह मेरे लिए मनोरंजन का एक स्रोत बन गया। मुझे खुशी होती थी जब मैं अपने द्वारा बनाई गई चीजों को देखता और छूता। इस सफर में, मैंने न केवल एक कला को सीखा बल्कि अपनी आत्म-विश्वास को भी बढ़ाया। कारीगरी मुझे धैर्य और समर्थन की भावना सिखाई, जो मेरे जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी उपयोगी साबित हुई। आज, मैं गर्व से कह सकता हूँ कि मैंने कारीगरी की कला सीखी है और यह मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।
2. लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के किन-किन राज्यों में होता है? लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त क्या-क्या चीज़ें बनती है? ज्ञात कीजिए।
उत्तर-लाख की वस्तुओं का निर्माण सर्वाधिक उत्तरप्रदेश, राजस्थान और बिहार में होता है। लाख से गहने जैसे कि हार, कंगन, बाजुबंद, आदि, खिलौने जैसे कि गुड़ियाँ, लकड़ी के खिलौने, मूर्तियाँ, गोलियाँ तथा सजावट की वस्तुओं का निर्माण होता है।
अनुमान और कल्पना
1.घर में मेहमान के आने पर आप उसका अतिथि-सत्कार कैसे करेंगे?
उत्तर– अतिथि-सत्कार के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:
-उनका स्वागत करें और मिठाई या पानी पिलाएं।
-आरामदायक बिस्तर और ताजगी भरा कमरा उपलब्ध कराएं।
-संगीत अनुष्ठान या आरती का आयोजन करें।
-स्वादिष्ट भोजन प्रस्तुत करें।
-संवाद और मनोरंजन का समय बिताएं।
-उनकी आदतों और पसंदों का ध्यान रखें।
-उनके साथ समय बिताएं और उनकी कहानियों को सुनें।
2. आपको छुट्टियों में किसके घर जाना सबसे अच्छा लगता है? वहाँ की दिनचर्या अलग कैसे होती है? लिखिए।
उत्तर – छुट्टियों में मुझे अपने नानी के घर जाना सबसे अच्छा लगता है। वहां मेरे मामा के लड़के भी रहते है। वहां का माहौल और वातावरण हमेशा आनंदमय और उत्साहजनक होता है। हम अधिक समय बिताने का प्रयास करते हैं और विभिन्न मनोरंजन कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। हम साथ में खाना बनाने में मदद करते हैं और साथ ही अलग-अलग व्यंजनों का आनंद लेते हैं। हम साथ में गेम्स खेलते हैं, फिल्में देखते हैं, या फिर बातचीत करते हैं।
3. मशीनी युग में अनेक परिवर्तन आए दिन होते रहते हैं। आप अपने आस-पास से इस प्रकार के किसी परिवर्तन का उदाहरण चुनिए और उसके बारे में लिखिए।
उत्तर – एक उदाहरण मशीनी युग का यह है कि लोग अब अपने फोन या कार्ड का उपयोग करके नकद भुगतान करते हैं । यह परिवर्तन सुगमता को बढ़ाता है, क्योंकि इसे लोग नकद के साथ लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होती, और इससे समय भी बचती है। इसके अलावा, यह सुरक्षित भी है क्योंकि नकद को साथ नहीं रखने की जरूरत होती है, और वाणिज्यिक स्थानों में डाटा के सुरक्षित ट्रांसफर की गारंटी होती है। इस तकनीकी परिवर्तन का उपयोग भोजन स्थलों, रेलवे स्टेशन, शॉपिंग मॉल, अस्पताल, एयरपोर्ट, और अन्य वाणिज्यिक स्थानों पर व्यापक रूप से किया जाता है।
4. बाजार में बिकने वाले सामानों की डिजाइनों में हमेशा परिवर्तन होता रहता है। आप इन परिवर्तनों को किस प्रकार देखते हैं? आपस में चर्चा कीजिए।
उत्तर – परिवर्तन बाजार में बिकने वाले सामानों की डिजाइन में स्वाभाविक है। यहाँ कुछ प्रमुख कारण हैं जो इस प्रक्रिया को प्रेरित करते हैं:
(i) आधुनिकता और प्रौद्योगिकी: नई प्रौद्योगिकी और उनके उपयोग के साथ, उत्पादों की डिजाइन में सुधार किए जा सकते हैं। नए साधनों और तकनीकों का उपयोग करके, नए और अधिक कार्यकारी उत्पाद विकसित किए जा सकते हैं।
(ii) पेशेवरीकरण: बाजार की मांग और अद्यतन के अनुसार, उत्पादों की डिजाइन में परिवर्तन किए जाते हैं। नए और मोडर्न डिजाइनों को प्रस्तुत करने के लिए उत्पादों की रीडिजाइनिंग की जाती है।
(iii) प्रभावशीलता: उत्पादों की डिजाइन में परिवर्तन का एक मुख्य कारण ग्राहकों की चाहतों और पसंदों का परिवर्तन हो सकता है। नए फैशन और ट्रेंड्स के आगमन के साथ, उत्पादों की डिजाइन को अनुकूलित किया जाता है।
(iv) प्राकृतिक संसाधनों की अनुकूलता: विपरीतता के समय, उत्पादों की डिजाइन में परिवर्तन किए जा सकते हैं ताकि प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सके। उत्पादों की पैकेजिंग में बदलाव, प्लास्टिक की बजाय अन्य प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग, आदि इसे उदाहरण दे सकते हैं।
इन परिवर्तनों को समाज की सोच के अनुरूप देखते हैं, क्योंकि समाज में वहीं चीज चलती है जिसे उस समय का समाज पसंद करता है।
5. हमारे खान-पान, रहन-सहन और कपड़ों में भी बदलाव आ रहा है। इस बदलाव के पक्ष-विपक्ष में बातचीत कीजिए और बातचीत के आधार पर लेख तैयार कीजिए।
उत्तर – पिछले कुछ दशकों में, हमारी जीवनशैली में कई महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। ये बदलाव खान-पान, रहन-सहन, और कपड़ों में भी महसूस हो रहे हैं।
खान-पान:
पक्ष: आधुनिक जीवनशैली ने आहार की विचारशीलता को बढ़ावा दिया है। लोग अब अधिक स्वस्थ और ऊर्जावान खाना खाने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्ष: हालांकि, विभिन्न फास्ट फूड चेनों और प्रकारी स्टोर्स की प्रभावीता से लोग अधिक प्रचुर और प्रसंगिक खाना खाने की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं।
रहन-सहन:
पक्ष: आधुनिक वास्तुकला और टेक्नोलॉजी ने घर की डिज़ाइन और सुविधाओं में बदलाव लाया है, जिससे लोगों को अधिक समृद्ध और आरामदायक रहने का अनुभव हो रहा है।
विपक्ष: लेकिन यह तकनीकी प्रगति भूखंड के विनाश में भूमिका निभा रही है और एकाधिकार विस्तार की समस्या उत्पन्न कर रही है।
कपड़े:
पक्ष: स्थायी और आधुनिक कपड़ों के उत्पादन में बढ़ती तकनीक ने फैशन उद्योग में क्रांति ला दी है, जो लोगों को नए और स्टाइलिश वस्त्रों की विकल्पों के साथ समृद्ध किया है।
विपक्ष: हालांकि, फैशन उद्योग के उत्पादन प्रक्रिया में उत्पन्न कार्बन प्रदूषण और प्लास्टिक अपशिष्टता के मुद्दे हैं, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं।
भाषा की बात
1. ‘बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो काँच की चूडि़यों से’ और बदलू स्वयं कहता है- “जो सुंदरता काँच की चूड़ियों में होती है लाख में कहाँ संभव है?” ये पंक्तियाँ बदलू की दो प्रकार की मनोदशाओं को सामने लाती हैं। दूसरी पंक्ति में उसके मन की पीड़ा है। उसमें व्यंग्य भी है। हारे हुए मन से, या दुखी मन से अथवा व्यंग्य में बोले गए वाक्यों के अर्थ सामान्य नहीं होते। कुछ व्यंग्य वाक्यों को ध्यानपूर्वक समझकर एकत्र कीजिए और उनके भीतरी अर्थ की व्याख्या करके लिखिए।
उत्तर –
(क) दिन-प्रतिदिन खाद्य-पदार्थों की बढ़ती कीमतों से घर का बजट गड़बड़ हो जाता है।
इस वाक्य में खाद्य पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों पर व्यंग्य किया गया है। खाद्य पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों का प्रभाव घर के बजट पर पड़ता है।
(ख) शहरी ठहरे न! मैं तुम्हारी उमर का था तो इसके चौगुने आम एक बखत में खा जाता था।
इस वाक्य में शहर वालों पर व्यंग्य किया गया है। कि जो काम गाँव के लोग कर सकते हैं वो शहर वाले नहीं कर सकते हैं।
2. ‘बदलू’ कहानी की दृष्टि से पात्र है और भाषा की बात (व्याकरण) की दृष्टि से संज्ञा है। किसी भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार अथवा भाव को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा को तीन भेदों में बाँटा गया है
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, जैसे – लला, रज्जो, आम, काँच, गाय इत्यादि
(ख) जातिवाचक संज्ञा, जैसे – चरित्र, स्वभाव, वजन, आकार आदि द्वारा जानी जाने वाली संज्ञा।
(ग) भाववाचक संज्ञा, जैसे – सुंदरता, नाजुक, प्रसन्नता इत्यादि जिसमें कोई व्यक्ति नहीं है और न आकार या वजन। परंतु उसका अनुभव होता है। पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाएँ चुनकर लिखिए।
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा – बदलू, बेलन, मचिया।
(ख) जातिवाचक संज्ञा – आदमी, मकान, शहर।
(ग) भाववाचक संज्ञा – स्वभाव, रूचि, व्यथा।
3. गाँव की बोली में कई शब्दों के उच्चारण बदल जाते हैं। कहानी में बदलू वक्त (समय) को बखत, उम्र (वय/आयु) को उमर कहता है। इस तरह के अन्य शब्दों को खोजिए जिनके रूप में परिवर्तन हुआ हो, अर्थ में नहीं।
उत्तर-
वास्तविक शब्द | परिवर्तित रूप |
वक्त | बखत |
उम्र | उमर |
खोल | खोला |
खेत | खेतां |
Summary
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